बी.आइ.टी. (बिरसा प्रौद्योगिकी संस्थान) सिंदरी में शिक्षा के अवसर
बिरसा प्रौद्योगिकी संस्थान (बी.आई.टी.) सिंदरी, जिसकी स्थापना 1949 ई. हुई थी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणीय और अद्वितीय है। इसका नाम पहेले बिहार प्रौद्योगिकी संस्थान सिंदरी हुआ करता था। बीआईटी सिंदरी भारत में स्थित एक महत्वपूर्ण सरकारी प्रौद्योगिकी संसथान है, जो एआईसीटीई (AICTE), नई दिल्ली से मान्यता प्राप्त, झारखण्ड टेक्निकल यूनिवर्सिटी (JTU) से सम्बन्धन और उच्च तकनीकी शिक्षा विभाग, झारखंड सरकार के द्वारा संचालित है। यह एआईसीटीई, नई दिल्ली द्वारा स्वीकृत इंजीनियरिंग के विभिन्न विषयों में स्नातक (बी.टेक.) और स्नातकोत्तर (एम.टेक.) पाठ्यक्रम प्रदान करने वाला एक प्रमुख तकनीकी संस्थान है। इस संस्थान को भारत में केमिकल इंजीनियरिंग के लिए एक प्रमुख केंद्र माना जाता है।
बीआईटी सिंदरी एक शैक्षणिक संस्थान के रूप में, अपने प्रत्येक छात्रों के लिए मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने और उनकी प्रतिभा और ज्ञान के माध्यम से आज की दुनिया के अनुरूप होने के लिए उनके किशोर दिमाग का पोषण करने के दायित्व को समझते हैं।
प्रो. डी.के. सिंह, निदेशक, बी.आई. टी. सिंदरी, धनबाद
उद्देश्य: बीआईटी सिंदरी
बीआईटी सिंदरी का प्राथमिक उद्देश्य दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकास और अनुसंधान कार्यक्रमों के लिए तकनीकी जनशक्ति के लिए देश की आवश्यकताओं को पूरा करना है। संस्थान का दृष्टिकोण सर्वोत्तम तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान के माध्यम से प्रतिभाशाली और कुशल मानव संसाधनों तैयार करना है, जो देश के सतत विकास में अपना बहुमूल्य योगदान देने के लिए तत्पर रहेंगे।
बीआईटी सिंदरी: आधारभूत संरचना
संस्थान में शीर्ष स्तर की सुविधाओं के साथ सुसज्जित आधुनिक ऑडिटोरियम, सेमिनार कक्ष, अत्याधुनिक पुस्तकालय व ई-लाइब्रेरी, प्रयोगशालाएं, आवासीय छात्रावास और वाई-फाई कैंपस नेटवर्क शामिल हैं। जो छात्रों को उनकी जिज्ञासाओं और रुचियों के अनुरूप शैक्षिक और सामाजिक व्यक्तित्व तैयार करने में मदद करने के साथ एक सुखद, बौद्धिक रूप से उत्तेजक, सक्रिय और अनुकूल वातावरण प्रदान करते हैं।
उच्च शिक्षा के लिए अवसर
बीआईटी सिंदरी संस्थान में इंजीनियरिंग के 10 विषयों, अर्थात् मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, धातुकर्म, उत्पादन, रसायन, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार, सिविल, खनन, कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी में बी.टेक पाठ्यक्रम प्रदान करता है। साथ ही साथ एम. टेक. एवं शोध करने की सुविधा प्रदान की जाती है।
बी.टेक. के लिए अवसर
- बी.टेक. के सभी कार्यक्रमों में प्रवेश झारखंड सरकार द्वारा गठित जेसीईसीई बोर्ड द्वारा आयोजित झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगी परीक्षा (जेसीईसीई) के माध्यम से किया जाता है।
- इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा धारकों को लेटरल प्रवेश तीसरे सेमेस्टर में उनके लिए अलग से आयोजित प्रतियोगी परीक्षा के माध्यम से दिया जाता है।
- सभी शाखाओं में सामान्य सीटों की संख्या 10 प्रतिशत लेटरल प्रवेश के माध्यम से होता है।
- अधिक जानकारी के लिए कृपया जेसीईसीई वेब साइट देखें।
एम.टेक. के लिए अवसर
एम.टेक. के सभी कार्यक्रमों में बी.ई./बी. टेक. के साथ गेट (GATE) स्कोर वाले उम्मीदवार का प्रवेश संस्थान द्वारा आयोजित लिखित परीक्षा/साक्षात्कार के माध्यम से किया जाता है।
शोध कार्य के लिए अवसर
अनुसंधान कार्यक्रमों में प्रवेश विभिन्न इंजीनियरिंग विषयों और अंतःविषय क्षेत्र में पीएचडी (इंजीनियरिंग) कार्यक्रम में प्रवेश संस्थान द्वारा आयोजित लिखित परीक्षा/साक्षात्कार के माध्यम से किया जाता है।
कैरियर विकास केंद्र : बीआईटी
संस्थान में कैरियर विकास केंद्र जो छात्रों को कैरियर सम्बन्धी सूचना, मार्गदर्शन और परामर्श के लिए कार्य करती हैं। कैरियर विकास केंद्र का लक्ष्य छात्रों को समग्र रूप से तैयार करना और उन्हें प्लेसमेंट के लिए तैयार करना है। यह उनके सामने आने वाले सभी अवसरों के लिए पर्याप्त मार्गदर्शन प्रदान करता है।
Reference: BIT Sindri, Wikipedia etc.